शनिवार, 8 सितंबर 2012

Bear


Google Pics
                      भालू अंग्रेज़ी में बेयर और संस्कृत में ऋक्ष कहते हैं | भालू उरसीडे परिवार का एक स्तनधारी जानवर है   इनका शरीर मखमलीनुमा होता है और शरीर पूरा बालों से ढाका रहता है | भालू सामान्यता: तीन रंगो में पाए जाते है एक काला और दूसरा भूरा भालू और तीसरा सफ़ेद भालू | भालू सर्वाहारी प्राणी है, पोलर बीयर माँसाहारी होता है | परंतु कुछ भालू वनस्पति और माँस दोनो ही खाते है | भालू देखने में भारी-भरकम होता है इनके हाथ पैर सामान्य होते है पेट ज़्यादा बड़ा होता है परंतु ये तेज़ी से दौड़ लगा सकते है, इन्हे अच्छे से तैरना आता है इसके साथ-साथ ये पेड़ों पर आसानी से चढ़ने में माहिर होते है  |
Google Pics
                                                                  इनके हाथों की नाख़ुने काफ़ी मजबूत होती है |भालू कई प्रकार के आवाज़ें निकालने में माहिर होते है इनकी आवाज़ें विभिन्न प्रकार की होती है कराहना की आवाज़े, भूंकना, हँफनी, गुर्राहट, आर्तनाद और भिनभिनाहट जैसी | सभी भालुओं के गर्भकाल भिन्न है, काले भालू का गर्भकाल २२० दिन होता है और भूरे भालू का गर्भकाल २१५ दिन तो सफेद भालू का गर्भकाल २४१ दिन होता है | भालू झुंड में रहना पसंद नही करता यह प्राय: अकेला मदमस्त रहने वाला प्राणी है वह केवल प्रजनन करने के समय की मादा के संपर्क में आता है | भालू की जीभ लंबी होती है , भालू कभी मारे हुए शिकार को नही ख़ाता है | भालू का पसंदीदा भोजन शहद है, मधुमखिया उन्हे कुछ भी नही कर पाती है क्योकि उनके शरीर के बाल उनकी रक्षा करती है इसलिए वो आसानी से शहद खा पाते है |भालू के सुघने की क्षमता अधिक होती है | भालू आवास मांद होता है, वह अपने मांद में ही रहता है |

                                                                                                                                                                  
Google Pics
           भूरे भालू सभी भालू के प्रजातियों में बड़े होते है | नर भालू की लंबाई मादा भालू से अधिक होती है नर भालू ६ से ९ फिट तक होते है तो मादा भालू की लंबाई ५ से ८ फिट तक होती है जिससे देख कर नर मादा की पहचान कर ली जाती है | मादा भालू एक साथ १ से ४ बच्चे तक को जन्म देती है | जन्म के समय बच्चे का वज़न 1 से 1.5 पाउंड्स तक के बीच में होता है | ३ से ५ की आयु में ये व्यस्क हो जाते है, इनके आयु केवल २५ वर्षों तक ही होता है फिर इनकी मृतु हो जाती है | प्राय: ये तो अकेले पाए जाते है परन्तु ये मई से जुलाई से के समय मादा भालू के संपर्क में प्रजनन के अवसर के लिए आते है | भूरे भालू सर्वग्राही होते है वे सभी कुछ खाते है जो उनके आस-पास होते है, ये घास, पत्ते, जंगली बेरी,फल ,दीमक, कीड़े-मकोंडों, चींटी और भी विभिन्न प्रकार के जीव-जन्तु चूहा गिलहरी आदि कतरने वाले जानवर, लोमड़ी, मृग और भेड़ को ये पसंदीदा रूप से पसन्द करते है | ये मछली खाने बहुत ही शौकीन होते है और पकड़ने में भी माहिर होते है | 
Google Pics
                                काले भालू उत्तरी अमेरिका में पाए जाते है, इनकी लंबाई ४ से ७ फीट तक होती है | ये चेहरा सीधा और कंधा चौड़ा होता है | इनके कान छोटे होते है, ये बहुत तेज़ी से पेड़ो चढ़ते है वयस्क होने पर इनका शरीर भारी हो जाता है तो उतनी अच्छे से नही चढ़ पाते है परंतु जब ये छोटे होते है तो बहुत आसानी से तेज़ी से चढ़ पाते है | ४ से ७ फीट की लंबाई होने के कारण इनका वजन २०० से ६०० पौंड के बीच होता है | ये मादा के संपर्क में प्रजनन हेतु मई से अगस्त का महीना उपयुक्त मानते है | मादा के गर्भकाल की अवधि ६० से ७० दिन ही होते है लगभग ढाई महीने में ही बच्चे जन्म दे देते है | एक साथ ये १ से ३ बच्चे जन्म देती है बच्चे एक पौड के लगभग होते है | काला भालू बहुत ही शर्मीले स्वाभव के होते है वो इंसानो से बहुत ही दूर भागते है,इन्हें मछलियाँ खाना बहुत पसंद है, ये कुशल तैरक है | ये कम दूरी में अच्छे से दौड़ सकते है इनकी न्यूनतम २५ से ३० प्रति / घंटा दौड़ सकते | 
Google Pics
                  पोलर बीयर आर्कटिक प्रांत में पाए जाते है, ये ज़मीन और बर्फ के समुदर में पाए जाते है | ध्रुव पर बर्फ पिघलने के कारण इनका अस्तित्व ख़तरे में पड़ता जा रहा है | ये शिकार में माहिर होते है ध्रुव पर पाए जाने वाली सील का ये शिकार बहुत करते है ये शर्मीले स्वभाव के नही होते है अगर इन्हे उकसाया जाए तो ये बहुत जल्द ही आक्रमण कर देते है | समुंद्रिया पक्षियों और उनके अंडों ये काफ़ी शौकीन होते है ये ज़मीन और समुंद्र में रहने वाले दोनो का ये शिकारकरते है | पोलर बीयर पूरी तरह सफेद होते है और इनके फर होते है जो इन्हे ठंड से बचाने में सहायता करती है जब ये शिकार करते है तो ये खून से इनका चेरहा लाल हो जाता है |
Google Pics


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें