शनिवार, 8 सितंबर 2012

CHEETAH

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               चीता एसीनोनिक्स प्रजाति के अंतर्गत आने वाला स्तनपायी और मांसाहारी जीव है | ये जाति ए.जुबैटस से संबंधित है | चीता शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द चित्रकायः से हुई है जबकि हिंदी में चीता कहते है जिसका अर्थ होता है बहुरंगी शरीर वाला जन्तु और ग्रीक शब्द में इसे एसीनोनिक्स कहते हैं, जिसका अर्थ होता है न घूमने वाला पंजा | इनकी कंधे से लंबाई ढाई से तीन फीट तक होता है | इनका वज़न ५० से ६४ किग्रा तक होता है | इनका जीवनकाल १० से १२ साल तक ही होता है | ये बहुत ही कुशल धावक होते है बहुत तेज दौड़ने वाले प्राणी माने जाते है ये लगभग 113 किलोमीटर / घंटे की रफ़्तार से दौड़ने में माहिर होते है तेज दौड़ते समय उनकी छलाँग ६ से ७ मीटर तक होती है | इसे ज़मीन पर रहने वाले सभी जानवरों में सबसे तेज़ जानवर माना जाता है | इनके शरीर में अदभुत ही फूर्ती और रफ्तार है जिसे कारण इनको सबसे तेज जानवरों की सूची में जाना जाता है |

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        बिल्ली की तरह दिखने वाले ये चीते काले रंग के होते है इनके शरीर पर गोले-गोले मोटे-मोटे धब्बे होते हैं | तेंदुआ और चीता के धब्बों में काफ़ी अंतर होता है और इनके चेहरों में भी अंतर होता है | चीतों के चेहरों में उनकी बड़ी-बड़ी आखें होती है, आखों के नीचे काले रंग के आँसू चिह्न देखने को मिलते है जबकि ये ऐसा तेंदुआ में नही होता है | ये आँसू चिह्न आंख के कोने वाले भाग से लेकर नाक के नीचे उसके मुंह तक पहुँचती है जो इसे उन्हें सूर्या की रोशनी में भी अच्छा शिकार करने में सहायता मिलती है | 
  
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                   चीते की शरीर की लंबाई ११५-१३५ सेमी तक होता है जबकि उनकी पूंछ की लंबाई ८४ सेमी तक हो सकते हैं | इनका शरीर छोटा होने के साथ-साथ इनकी पूंछ लम्बी होती है | लेकिन इनके पूंछ में धब्बे होने के साथ-साथ पूंछ के अंत में ४ से ६ काले गोले होते है और पूंछ के अंत में सफेद गुच्छा सा होता है | ये अपनी पूंछ का उपयोग एक दिशा को  नियंत्रक करने के रूप में करते है, जो इन्हें तेजी से मुड़ने की अनुमति प्रदान करते है | सामान्यता: नर चीता मादा चीता से आकार में थोड़े बड़े ही होते हैं | इनके सिर का आकार थोड़ा सा बड़ा होता है, पर आमतौर चीता का शरीर आकार तेन्दुएं की तुलना में छोटा होता है | चीता प्राय: ज़मीन पर रहने वाला ये सबसे तेज़ जानवर है, परंतु ये वृक्षों पर सही ढंग से नहीं चढ़ सकता है परंतु अपनी फुर्ती के कारण नीची टहनियों में आराम से चढ़ सकते है | एशियाई चीता मुख्यता भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सऊदी अरब, ओमान, सीरिया, रूस, जॉर्डन, ईरान, इराक, इजरायल में पाए जाते है | 
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                  चीता हमेशा पारिवारिक सदस्यों के साथ ही रहते हैं और एक साथ मिलकर एक अपना समूह बना लेते है | पूरे साल इनका समागम चलता रहता है इनका गर्भकाल लगभग ३ महीनो का होता है | मादा एक साथ २-४ बच्चों को जन्म देती है | बच्चों के शरीर पर बहुत आयल होते है जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते जाते है इनेक आयल कम होते होते ख़त्म हो जाते है | उनकी माता उन्हें ५-६ हफ्तों के लिए सभी से छुपा के रखती है की कोई भी अन्य जानवर उनको अपना शिकार ना बना ले और उन्हें लगभग डेढ़ महीने के बाद ही अपने साथ शिकार पर ले जना शुरु कर देती है ताकि वो भी शिकार करने का गुण सीख ले | इनेक शिकार करने की अलग ही कला है ये पहले अपने शिकार के पीछे धीरे-धीरे चलते है ताकि उनको कुछ पता न चले जब ये अपने शिकार से लगभग १०-३० मीटर की दूरी पर होते है उसी समय ये फिर अचानक उसका पीछा करना शुरु कर देता है, और फिर उन पर गला घोंट कर अपना शिकार बना लेते है ये प्रक्रिया इतनी जल्दी होती है की शिकार को अपने आस-पास किसी की होने की गतिविधियों का पता ही नही चल पता है, कभी-कभी ऐसा भी होता है जब ये शिकार का पीछा करते है और शिकार इनसे बच के निकल जाता है तो ये फिर उन्हें छोड़ देते है | चीता दिन के समय ही शिकार करता है, या फिर शाम के समय, ये अपने शिकार के लिए ऐसे समय का चयन करता है जब गर्मी कम हो और अंधेरा अधिक न हो यही समय इनके शिकार के लिए उपयुक्त समय होता है | चीता मुख्यरूप से उन्ही मांसाहारी जानवरों का शिकार करता है जो स्तनपायी होते है, ये मुख्यरूप से हिरण, थॉमसन चिकारे, ग्रांट चिकारे, इम्पला का ही शिकार करते है, हिरण इनका मुख्य भोजन है, छोटे प्राणियों में ये खरगोश का भी शिकार करते है परंतु ये कभी-कभी बड़े स्तनधारियों का भी शिकार कर लेते है जैसे की ज़ेबरा और अफ्रीकी हिरण और अफ्रीकी चिड़िया गुनियाफॉल  इनका भी ये शिकार करते है |
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